गुरुवार, 30 जुलाई 2020

स्वयंसेवी संस्था NGO

स्वयंसेवी संस्था क्या है ?

स्वयंसेवी संस्था, सामाजिक कार्यो में जुडे हुए व्यक्तियों का समूह होता है। यह संस्था पंजीकृत और  अपंजीकृत दोनों अवस्था में हो सकती है।  संस्था का पंजीकरण उन दशाओ में अति आवश्यक होता है जब समाज के विभिन्न कार्यो के लिए सरकार  या व्यक्तिगत संस्थानों से वित्त /अनुदान प्राप्त होता है।


आय  के श्रोत :

1.  समाज के लोगो द्वारा
2 . सरकार  के द्वारा
3 . कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR)
4 . विदेशी फण्ड ( इसके लिए FCRA पंजीकरण आवश्यक है. )

 स्वयंसेवी संस्था के कार्य :
स्वयंसेवी संस्था समाज के विभिन्न आयामों को संचालित करती है जिससे समाज सामाजिक, आर्थिक उन्नयन  स्व-रोजगार , धार्मिक एवं विशेष रूप से  स्वास्थ्य, स्वच्छता, शिक्षा और अच्छी जिंदगी जीने के लिए जागरूकता और कार्य करती है।  यह कार्य समाज के लोगो के धन संग्रह , कॉर्पोरेट के सहयोग से एवं सरकार के विशेष अनुदान से करती है।

स्वयंसेवी संस्था का पंजीकरण  :

संस्थाए जब पंजीकृत की जाती है, उस समय कार्य और उद्देश्य की लिखित प्रति सोसाइटी रजिस्ट्रेशन कार्यालय में जमा किया जाता है।  संस्था का पंजीकरण THE SOCIETIES REGISTRATION ACT, 18602[2] (Act XXI of 1860) के अंतर्गत किया जाता है।

संस्था का कार्यान्वयन:
संस्था का कार्यान्वयन विशेष रूप से स्वयंसेवको (Volunteer) एवं संस्था में कार्यरत लोगो के द्वारा स्टाकहोल्डरो की मदद से होता है। इस कार्य के लिए सामाज के लोगो का विशेष   सहयोग अपेक्षित होता है। 

सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम १९६० डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे। 

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