रविवार, 5 अप्रैल 2020

यशश्वी प्रधानमन्त्री जी के आह्वान में दीपोत्सव - देश आपके साथ है

switch off lights. light diyas


कोरोना संक्रमण पूरे विश्व पटल पर छाया हुआ है और सभी देश के जन जीवन पर बहुत ही गहरा असर डाले हुए है जिससे लोग प्रतिपल मौत के साये में है ।  ऐसे में इसे रोकने के लिए विश्व में जो भी जहाँ है अपने स्थान पर स्थिर हो चूका है । यह संकट की घडी है और इससे बचने का मात्र उपाय सामाजिक दुरी ही है । 

सामाजिक दूरी क्यों :- डॉक्टरो के सुझाव के अनुसार यह विषाणु छूने मात्र से दुसरे व्यक्ति को त्वरित संक्रमित कर देता है। इसका मतलब यदि एक भीड़ में 100 व्यक्ति में 1 व्यक्ति भी संक्रमित है तो कुछ ही पल में सभी को संक्रमित कर सकता है । ऐसे में एक ही उपाय है इसको रोकने का  सामाजिक दूरी अंग्रेजी में (social distance.) ।

इतिहास :- वस्तुतः सभी सुधी पाठको को पता है कि कोरोना वायरस (विषाणु) के बारे में लेकिन पुन: पुनरावृत्ति क्र दे रहा हूँ ।  कोरोनावायरस (Coronavirus) कई प्रकार के विषाणुओं (वायरस) का एक समूह है जो स्तनधारियों और पक्षियों में रोग उत्पन्न करता है। यह आरएनए वायरस होते हैं। इनके कारण मानवों में श्वास तंत्र संक्रमण पैदा हो सकता है जिसकी गहनता हल्की (जैसे सर्दी-जुकाम) से लेकर अति गम्भीर (जैसे, मृत्यु) तक हो सकती है। गाय और सूअर में इनके कारन अतिसार हो सकता है जबकि इनके कारण मुर्गियों के ऊपरी श्वास तंत्र के रोग उत्पन्न हो सकते हैं। इनकी रोकथाम के लिए कोई टीका (वैक्सीन) या विषाणुरोधी (antiviral) अभी उपलब्ध नहीं है । 

विस्तार :- इस विषाणु का जनक चीन देश है । कुछ लोगो का मनना है कि चीन विषाणु बम् बनाने में लगा था और उसी के रिशाव से ये भयानक स्तिथि जनित हुई है । इस विषाणु जनित महामारी का दंश आज पूरा विश्व झेल रहा है और पूरा विश्व परेशान है ।

भारत सरकार द्वारा देश भर में बंदी के आदेश और पालन न करने वालो के लिए समुचित दंड के इंतजाम किये है । इसे रोकने और इलाज के लिए प्रशासन , डॉक्टर और शोधकर्ता जी जन लगाकर इस दिशा में कार्यरत है ।
इस बीच भारत के यशश्वी प्रधानमंत्री देश के लोगो में व्याप्त डर को भगाने के लिए प्राचीन मान्यताओ का भी प्रयोग कर रहे है २३ मार्च को शाम ५ बजे शंखाध्वानी और घंटी बजाकर उर्जा उत्त्पन्न एवं इस कार्य में लगे सरकारी एवं स्वयंसेवियो के मनोबल बढ़ने के लिए किया जिसमे भारत के नागरिको ने माननीय प्रधानमंत्री जी के साथ खड़े रहे और एक संकल्प के साथ विभिन्न ध्वनियो से कोरोना बगाने का कार्य किया।

आज फिर यशश्वी प्रधानमंत्री जी के आह्वान में पुरे भारत वासियों ने अपने घरो में विधुत प्रकाश को ओछा दिखाते हुए दीपोत्सव मनाकर इस महामारी से छुटकारा पाने की जबर कोशिश की, जो  अपने प्रधानमंत्री जी के प्रति सम्मान और विश्वास को यह दिखाता है । इसके अतिरिक्त एनी कई देशो के प्रमुखों ने अपने देश में लागु किया जो दिखता है यशश्वी प्रधानमंत्री जी के रुतबे को और भारतीय संस्कृति के उछ्तं स्तम्भ को आदि कल से विश्व गुरु का स्थान लिए सर पर हिमालय का मुकुट धारण किये अटूट खड़ा है । 


जय हिन्द .... भारत माता की जय !!!

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